जैसे
रतलाम सेव के लिए प्रसिद्ध है तो इंदौर नमकीन के लिए। पर इंदौर के नमकीन का स्वाद
सिर्फ इंदौर तक सीमित नहीं है। यह मध्य प्रदेश के दूसरे शहरों से गुजरते हुए देश
के बड़े शॉपिंग मॉल के मेगा स्टोर तक पहुंच गया है। हर साल करोड़ों का नमकीन
विदेशों में भी एक्सपोर्ट होता है।
बेतूल
बाजार में घूमते हुए मुझे इंदौर के प्रसिद्ध नरसिंह के नमकीन का स्टोर दिखाई दे
गया। स्टोर पर जाने पर इतनी वेराइटी थी कि कई पैकेट खरीद डाले। नर सिंह नमकीन की
ये खासियत है कि वे शुगर फ्री मिक्सचर भी तैयार करते हैं। उनके दूसरे मिक्सचर के
नाम सुनें तो मुंह पानी आ ही जाएगा। लाजवाब मिक्सचर, मस्ताना मिक्सचर, नवरतन
मिक्सचर, गुजराती मिक्सचर, चरखी बूंदी। नाम खत्म नहीं होता।
वे कई
तरह के सेव भी बनाते हैं। रतलामी सेव, उज्जैनी सेव, टमाटर सेव, लहसुन सेव, चटनी
मसाला सेव, आलू पायनेपल सेव, आलू आरेंज सेव। भला इतने तरह के सेव होंगे तो खाए
बिना कैसे रहा जाएगा। वैसे इंदौरी सेव में मेरा पसंदीदा है लहसुन सेव।
वैसे
इंदौर में दर्जनों ब्रांड हैं नमकीन, भुजिया और सेव के। इनमें आकाश और प्रकाश
मशहूर ब्रांड हैं। इनके सेव दिल्ली समेत दूसरे बड़े शहरों में भी मिल जाते हैं।
मध्य
प्रदेश के मालवा क्षेत्र के लोग तो सेव खाने के इतने शौकीन होते हैं कि वे हर खाने
की थाली के साथ सेव जरूर मिलाते हैं। आप किसी घर मेहमान बनकर जाएं तो खाने की थाली
के साथ सेव भी एक प्लेट में लाकर रख दिया जाता है। इंदौर के हमारे एक साथी जीतेश
चंद्रवंशी की थाली में भी सेव जरूर होता है। इंदौर
वासी सेव के बगैर नहीं रह सकते। सेव इंदौरयों की कमजोरी भी है। मालवा के ढाबों में
तो टमाटर सेव सब्जी का टॉप ट्रेंड होता है। तो होलिका दहन के बाद बांटे जाने वाले
प्रसाद में रतलामी सेव होती है।
रोज 20
टन सेव का उत्पादन- यह माना जाता है कि
संगठित और असंगठित क्षेत्र मिलाकर इंदौर में रोज 20 टन सेव का निर्माण होता है। ये बाजार में जो
कई तरह के सेव मिलते हैं ना उनके निर्माण में मुख्य रूप से बेसन का इस्तेमाल होता
है। साथ ही ये अलग अलग मसालों और दालों के आटे मिला कर बनाए जाते हैं। सिर्फ बेसन
और मसालों को मिलाकर बनाए गए सेव कुरकुरे होते हैं।
इंदौरी सेव के कई ब्रांड देश के
बाहर भी मशहूर हो चुके हैं। हर साल बडे पैमाने पर इंदौरी सेव का निर्यात भी होता
है। वहीं सेव निर्माता कंपनियों के बीच
होड़ रहती है स्वाद को बेहतर बनाने की। इसलिए लोग अपने खास ब्रांड के सेव को पसंद
करते हैं। अब इंदौरी और रतलामी सेव के नाम पर आसपास के शहरों में भी सेव बनने लगे
हैं। पर इंदौर जैसा स्वाद कहीं और नहीं मिलता।
वहीं इंदौर में कुछ ऐसे ब्रांड
है जो ठेले पर ही बिकते हैं, पर उनकी भी प्रसिद्धी ऐसी है कि शाम होने से पहले माल
खत्म हो जाता है।
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विद्युत
प्रकाश मौर्य – vidyutp@gmail.com
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( INDORE, SEV, NAMKEEN )
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