
कोलकाता मेट्रो फिलहाल नेताजी
सुभाष चंद्र बोस हवाई अड्डा के निकटस्थ नोआपाड़ा से लेकर पाटुली के निकटस्थ कवि सुभाष
स्टेशन तक विस्तारित है। व्यस्त शहर के इलाके में यह भूमिगत है। कोलकाता मेट्रो रेलवे का निर्माण 1972 में आरंभ हुआ। 12 सालों के
बाद इसका एक हिस्सा 1984 में खोल दिया गया। इस तरह देखा जाए तो इसका निर्माण बहुत
ही धीमी गति से हुआ। दमदम से टॉलीगंज (महानायक उत्तम कुमार) तक 16.450 किलोमीटर लंबा प्रथम चरण 1995 में जाकर पूरा हो सका।
पर 1984 में जब कोलकाता में मेट्रो रेल चली तो यह देश के लिए गर्व का क्षण था क्योंकि
यह देश की पहली मेट्रो रेल थी।
तब कोलकाता मेट्रो रेलवे को कोच
भी दिल्ली की तरह वातानूकुलित नहीं थे। इनमें फोर्स हिटिंग और कूलिंग का इंतजाम
किया गया है। हालांकि इसके दरवाजे आटोमेटिक खुलते और बंद होते थे। पर इसके टिकट की
व्यवस्था टोकन वाली और स्मार्ट कार्ड वाली नहीं थी। हालांकि यहां भी दिल्ली मेट्रो
की तरह टोकन और स्मार्ट कार्ड शुरू कर दिया गया है। पर साल 2017 में ही कोलकाता
मेट्रो किराया के लिहाज से देश में सबसे सस्ती है। यहां अभी भी न्यूनतम किराया 5
रुपये से आरंभ होता है। अभी अधिकतम किराया 15 रुपये ही है।
कोलकाता में मेट्रो संचालन की
बात आई तो इसके लिए ब्राडगेज का ( 1676 मिमी) ट्रैक का चयन किया गया। दिल्ली
मेट्रो के भी शुरुआती ट्रैक ब्राडगेज के हैं। पर अब देश में सभी मेट्रो स्टैंडर्ड
गेज यानी 1435 मिमी चौड़ाई वाले पटरियों वाले बनाए जा रहे हैं।
अब अतीत में चलते हैं। 1969 में
पहली बार कोलकाता में मेट्रो रेल चलाने का विचार आया। बात कागजों पर दौड़ती रही।
1971 में इस पर अंतिम मुहर लगी। शहर में 97 किलोमीटर के तीन कारीडोर बनाने पर विचार किया गया। साल 1972 में इंदिरा गांधी
ने कोलकाता मेट्रो की आधारशिला रखी। 1984 में संचालन आरंभ होने के बाद भी कोलकाता
मेट्रो के विस्तार की गति बहुत धीमी रही। दिल्ली, बेंगलुरू में अब मेट्रो का
नेटवर्क दूरी के लिहाज से कोलकाता से आगे निकल चुका है।
दमदम जंक्शन पर भारतीय रेलवे से
संपर्क - कोलकाता मेट्रो दमदम जंक्शन
रेलवे स्टेशन पर भारतीय रेल के साथ मिलती है। कोलकाता मेट्रो को अभी तक कोलकाता के
प्रमुख रेलवे स्टेशन जैसे हावड़ा, सियालदह या एयरपोर्ट से नहीं जोड़ा जा सका है।
हालांकि एयरपोर्ट लिंक पर काम जारी है।
फिल्मों में कोलकाता मेट्रो -
विद्या बालन की फिल्म कहानी में कोलकाता मेट्रो के रविंद्र सरोवर स्टेशन पर शूटिंग
की गई है। सत्यजीत राय ने दूरदर्शन के एक धारावाहिक की शूटिंग इस मेट्रो रेल के
अंदर की थी।
कोलकाता मेट्रो- एक नजर
रैपिड ट्रांसपोर्ट लाइनों की
संख्या -2
स्टेशनों की संख्या 24, भूमिगत –
15, भूमिपर 2 ऊपर- 07
प्रतिदिन की सवारियां – 5.5 लाख
से 6 लाख तक
संचालन आरंभ – 1984
मेट्रो प्रणाली की लंबाई – 27.39
किमी
पटरी गेज – 1676 मिमी ( 5 फीट 6
ईंच) – ब्रॉडगेज
---vidyutp@gmail.com
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