![]() |
ओल्ड गोवा, पोंडा, बेलगावी की ओर जाता हाईवे... |
![]() |
ओल्ड गोवा का गांधी सर्किल। यहां भी हैं बापू... |
चौदहवीं सदी में गोवा विजय नगर सम्राज्य का हिस्सा बन गया। विजय नगर राजा यहां से अरबी घोड़ों की तिजारत करते थे। 1469 में गोवा गुलबर्ग के बहमनी सल्तनत का हिस्सा बना। 1488 में गोवा बीजापुर के अदिलशाही सल्तनत का हिस्सा बन गया। इस दौरान ओल्ड गोवा का वेल्हा बहुत ही प्रमुख शहर बन गया था। यह बीजापुर के बाद दूसरी राजधानी के तौर पर जाना जाता था। 1498 में वास्कोडिगामा के कालीकट आने के बाद पुर्तगालियों ने कोचीन में अपना व्यापारिक केंद्र बनाया।
1510 में पुर्तगाली अफांसो डे
अलबुबर्क ने ओल्ड गोवा को आदिलशाही सल्तनत से अपने कब्जे में लिया। इस तरह से ओल्ड
गोवा में पुर्तगाली कब्जे की शुरुआत हुई। हालांकि शिवाजी और संभाजी की
पुर्तगालियों से लड़ाई हुई, पर आगे गोवा, दमन, दीव और दादरा नगर हवेली जैसे समुद्र
तटीय इलाकों पर पुर्तगालियों का कब्जा बढ़ता गया।
451 साल पुर्तगाल का शासन - 451 साल से ज्यादा गोवा दमन और दीव पर पुर्तगाली शासन रहा। ये क्षेत्र ब्रिटेन से भारत की आजादी के बाद जाकर स्वतंत्र भारत का हिस्सा बन सके। गोवा 19 दिसंबर 1961 को पुर्तगाली शासन से आजाद हुआ। इसके बाद यह केंद्र शासित राज्य रहा। 30 मई 1987 को राजीव गांधी के शासनकाल में गोवा को पूर्ण राज्य का दर्जा मिला।
451 साल पुर्तगाल का शासन - 451 साल से ज्यादा गोवा दमन और दीव पर पुर्तगाली शासन रहा। ये क्षेत्र ब्रिटेन से भारत की आजादी के बाद जाकर स्वतंत्र भारत का हिस्सा बन सके। गोवा 19 दिसंबर 1961 को पुर्तगाली शासन से आजाद हुआ। इसके बाद यह केंद्र शासित राज्य रहा। 30 मई 1987 को राजीव गांधी के शासनकाल में गोवा को पूर्ण राज्य का दर्जा मिला।
हम अब ओल्ड गोवा के एक विश्व
विरासत स्मारक के दर्शन के लिए आगे बढ़ रहे हैं। बॉम जीसस महागिरजाघर या बॉम जीसस
बेसेलिका को यूनेस्को ने विश्व विरासत की सूची में शामिल किया है। साल 1986 में
चर्चेज एंड कानवेंट्स ऑफ गोवा को विश्व विरासत की सूची में शामिल किया गया। इन
चर्च में बॉम बेसेलिका प्रमुख है।
गोवा के ज्यादातर चर्च
पुर्तगालियों द्वारा निर्मित हैं। आज पूरे गोवा की आबादी में 35 फीसदी क्रिस्चियन
लोग हैं। पुर्तगालियों के आगमन के बाद गोवा में बड़ी संख्या में चर्चों का निर्माण
हुआ। अब ये चर्च भारत की सांस्कृतिक विरासत का हिस्सा बन चुके हैं। ओल्ड गोवा के
ये चर्च लोगों के दर्शन के लिए सुबह 8.30 बजे से शाम 5.30 बजे तक खुले रहते हैं।
इनमें प्रवेश का कोई टिकट नहीं है।
हालांकि संग्रहालय सुबह 10 से 5
बजे तक खुला रहता है। इसमें प्रवेश के लिए 15 रुपये का टिकट है। संग्रहालय के अंदर
फोटोग्राफी वर्जित है।
-
विद्युत
प्रकाश मौर्य
(OLD GOA, GANDHI CIRCLE, CHURCH )
(OLD GOA, GANDHI CIRCLE, CHURCH )
No comments:
Post a Comment