गोवा के सबसे लोकप्रिय बीच यानी
समुद्र तट की बात करें तो कालांगुट उनमें प्रमुख है। गोवा आने वाले सबसे ज्यादा
सैलानी और बैगपैकर कालांगुट में ही पहुंचते हैं। कारण होटलों की प्रचुरता और विशाल
बाजार, डिस्कोथेक आदि। यहां समुद्र तट से लगा हुआ विशाल बाजार है। तीन किलोमीटर
में विस्तार ये बाजार बिल्कुल दिल्ली, मुंबई जैसा ही लगता है।
कालांगुट की दूरी गोवा की
राजधानी पणजी से 15 किलोमीटर है। जबकि एयरपोर्ट से 40 किलोमीटर के आसपास है। अगर
कालांगुट के समुद्र तट की बात करें तो यह सुंदरता में कोई खास महत्व नहीं रखता। पर
शाम को सबसे ज्यादा भीड़ यहीं पर दिखाई देती है।
वास्तव में गोवा के अगोडा फोर्ट
से लगा अगोडा बीच, सिंक्वेरियम बीच, कैंडोलियम बीच, कालांगुट बीच, बागा बीच,
अंजुना बीच सभी एक लाइन में 10 किलोमीटर के दायरे में स्थित हैं। ये सभी उत्तरी
गोवा में आते हैं। इन सारे बीच से लगे हुए होटलों और गेस्ट हाउस की संख्या बहुतायत
में है। इसलिए सैलानी यहां ठिकाना बनाते हैं।
कैंडोलियम से कालांगुट के बीच
सड़क पर तकरीबन तीन किलोमीटर लबें बाजार में से दो किलोमीटर के हिस्से में काफी
भीड़ भाड़ रहती है। यहीं पर खाने पीने के सभी प्रमुख रेस्टोरेंट हैं। यहां डोमिनो पिज्जा, केएफसी के भी ब्रांच दिखाई
देते हैं। वहीं गोवा के स्थानीय मीनू पेश करने वाले रेस्टोरेंट के अलावा शाकाहारी
रेस्टोरेंट भी बड़ी संख्या में इस इलाके में दिखाई देते हैं।
कालांगुट बीच से पहले स्कूटर
पार्किंग है जहां 20 रुपये में अपना वाहन पार्क करके आप देर रात तक बीच पर घूम
सकते हैं। हालांकि रात 8 बजे के बाद पार्किंग नहीं रहती। पर यहां वाहन चोरी होने
का खतरा नहीं है। कालांगुट बीच पर सुबह से लेकर रात तक रौनक रहती है। पर शाम को
यहां भीड़ बढ़ जाती है। रेत पर प्रेमी युगल और परिवार के साथ गोवा घूमने आए लोग
विचरण करते दिखाई देते हैं।
पर गोवा के बारे में जैसी छवि
आपके मन में बनी हो कि यहां बीच पर काफी
उन्मुक्ततता या नंगापन दिखाई देता है तो आप ये भ्रांति मन से निकाल दें। गोवा के
बीच पर अब ऐसा नजारा कत्तई दिखाई नहीं देता। समुद्र तट पर रात्रि पर सैलानियों के
बीच खिलौने और सामान बेचने वाले लोग खूब घूमते दिखाई देते हैं। आजकल चीन के बने अंधेरे
में चमकने वाले प्लास्टिक के छल्ले खूब बिक रहे हैं। गोवा की लड़कियां हमारे पास
आकर हमें घेर लेती हैं। पहले एक छल्ला 10 रुपये में बोलती हैं, फिर 5 रुपये में
बेचने को तैयार हो जाती हैं। घूम घूम कर समान बेचने वाले ये लोग पुलिस को देखते ही
भाग खडे होते हैं। रात के नौ बजे हैं। बीच के किनारे बने रेस्टोरेंट में लाइव
म्युजिक चल रहा है।
कालंगुट बीच के पास ही प्रसिद्ध
टीटोज लेन है। यहां पर रात भर चलने वाला बार है। जहां संगीत के साथ लोग
रात भर खाने पीने का मजा लेते हैं। इस तरह के और भी कई रात्रिकालीन बार यहां पर हैं जो गोवा आने वाले सैलानियों को लुभाते
हैं। पर हम ऐसे किसी बार या डिस्कोथेक में जाने के लिए नहीं आए हैं। लिहाजा
कालंगुट के बाजार का देर तक मुआयना करते हैं। आजकल यहां टैटू बनवाने वाले दुकानों
की भरमार हो गई है। टेम्परोरी टैटू और परमानेंट टैटू गुदवाने के अलग अलग रेट हैं।
मैं अनादि को बताता हूं कि टैटू भले लोग नहीं गुदवाते..पर अनादि कुछ लोगों का नाम
लेकर पूछते हैं कि क्या फलां और फलां भले लोग नहीं है जिन्होंने टैटू बनवाया है।
मेरे पास कोई उत्तर नहीं है।
पिछले वर्ष सिंतबर माह में हम भी दोस्तों के साथ ही गोआ गये थे। इधर भी आये थे। तब की यादें ताज़ा हो गईं। गोआ की अगली कड़ी का इंतजार।
ReplyDeleteThanks
ReplyDelete