राजस्थान की तपती गर्मी में मखनिया लस्सी आपको ठंडक देने का काम करती है। यह एक ठंडा कार्बोनेटिक ड्रिंक है, जिसमें सारे पोषक तत्व हैं।
यह लस्सी राजस्थान की गलियों में बहुत मशहूर है। लेकिन जोधपुर में क्या सरदी क्या गरमी या बरसात लोग सालों भर मखनिया लस्सी पीते हैं। इसलिए मैंने भी दिसंबर जनवरी की ठंड में इस लस्सी का आनंद लिया। घंटा घर के पास सरदार गेट से लगे मिश्रीलाल होटल में मखनिया लस्सी का रेट है 30 रुपये का ग्लास। आप आर्डर करें और तुरंत लस्सी हाजिर हो जाती है।

अब बात शाही समोसा की। घंटा घर
केपास ही एक दुकान है शाही समोसे वाली। यहां पर एक शाही समोसा 17 रुपये का है। वह
भी बिना चटनी के। मैंने एक समोसा लेकर खाया पर मुझे इसमें कुछ खास नहीं लगा। पर यह
शहर की प्रसिद्ध दुकान है। यहां समोसा के अलावा और भी कई प्रकार की मिठाइयां मिलती
हैं।
जोधपुरी कोट सर्वकालिक तौर पर
लोकप्रिय है। पर आपको पता है कि इसके डिजाइन कौन थे। जोधपुर रियासत के मुसाहिबे
आला सर प्रताप सिंह जी को इसका श्रेय जाता है। तमाम फैशन आते जाते रहते हैं पर बंद
गले का जोधपुरी कोट अपनी जगह अडिग है। वह 1887 का साल था जब सर प्रताप सिंह महारानी
विक्टोरिया के गोल्डन जुबली समारोह में हिस्सा लेने लंदन गए थे। रास्ते में जहाज
में उनके सारे कपड़े गुम हो गए।
सर प्रताप सिंह विदेशी वस्त्र नहीं पहनते थे। उन्होंने एक सफेद कपड़े का थान खरीदा और उसे खुद डिजाइन किया। पर लंदन में कोई दर्जी इसकी सिलाई करने वाला नहीं मिल रहा था। बहुत खोजबीन पर एक दर्जी ने इसकी सिलाई की। सर प्रताप सिंह ने इस कोट को पहना और इस तरह जोधपुरी कोट चलन में आया। बंद गले का कोट होने के कारण यह सर्दियों में पहनने के लिए मुफीद रहता है। इसको पहनने के बाद आपको टाई बांधने की जरूरत नहीं रह जाती है।
सर प्रताप सिंह विदेशी वस्त्र नहीं पहनते थे। उन्होंने एक सफेद कपड़े का थान खरीदा और उसे खुद डिजाइन किया। पर लंदन में कोई दर्जी इसकी सिलाई करने वाला नहीं मिल रहा था। बहुत खोजबीन पर एक दर्जी ने इसकी सिलाई की। सर प्रताप सिंह ने इस कोट को पहना और इस तरह जोधपुरी कोट चलन में आया। बंद गले का कोट होने के कारण यह सर्दियों में पहनने के लिए मुफीद रहता है। इसको पहनने के बाद आपको टाई बांधने की जरूरत नहीं रह जाती है।
अब जोधपुर से चला चली की वेला है।
शहर का मुख्य बस स्टैंड पावटा इलाके में है। घंटा घर से कोई दो किलोमीटर आगे है
पावटा।
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जोधपुर के पावटा में में रात को गरमा गरम दूध। |
- ---- विद्युत
प्रकाश मौर्य - vidyutp@gmail.com
(MAKHANIA LASSI, MAVA KACHAORI, SHAHI SAMOSA, JODHPUR, RAJSTHAN )
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