हैवलॉक द्वीप पर राधानगर में सैलानियों के रहने के लिए अंडर ग्राउंड हट भी बने हुए हैं। नारियल के पेड़ों के झुरमुट के बीच नीले समंदर के किनारे इन हट्स में रहने का अपना आनंद है। आप पूरे परिवार के साथ इनमें ठहर सकते हैं। समंदर के किनारे इन हट्स का एक दिन का किराया 2500 रुपये है। अंदमान के टूरिज्म विभाग से इनकी बुकिंग कराई जा सकती है। तो आप यहां रहने का रोमांच प्राप्त कर सकते हैं।
महवा में दोपहर का लंच -गोविंदनगर में उतरने पर हमारी मुलाकात एक स्थानीय पुलिस वाले सज्जन से हुई। उन्होंने कहा कहा कि आप राधानगर में महवा में ही दोपहर का लंच करें। वहां का खाना अच्छा है। राधानगर में महवा रेस्टोरेंट दरअसल एक लकड़ी की इमारत है। इसमें आधार तल पर किचेन और ऊपर ओपन रेस्टोरेंट है। बैठने की जगह से चारों तरफ जंगल और समंदर का नजारा दिखाई देता है।
टूरिस्ट इन्फारमेशन सेंटर - हैवलॉक में सैलानियों की मदद के लिए गोविंदनगर में टूरिस्ट इन्फारमेशन सेंटर भी संचालित है। अगर आप क्रूजसे वापस चल पड़े हैं और भूख लग रही है तो क्रूज की आन बोर्ड केटरिंग की सुविधा का लाभ ले सकते हैं। साथ ही आप अपने क्रूज से यादगारी के तौर पर उनकी टी शर्ट और टोपियां आदि खरीद सकते हैं। हैवलॉक से पोर्ट ब्लेयर वापस आने पर लगता है कि हमें कुछ दिन उसी द्वीप पर गुजार कर आना चाहिए था।
महवा में दोपहर का लंच -गोविंदनगर में उतरने पर हमारी मुलाकात एक स्थानीय पुलिस वाले सज्जन से हुई। उन्होंने कहा कहा कि आप राधानगर में महवा में ही दोपहर का लंच करें। वहां का खाना अच्छा है। राधानगर में महवा रेस्टोरेंट दरअसल एक लकड़ी की इमारत है। इसमें आधार तल पर किचेन और ऊपर ओपन रेस्टोरेंट है। बैठने की जगह से चारों तरफ जंगल और समंदर का नजारा दिखाई देता है।
आप अगर ज्यादा लोगों के
समूह में हैं तो वहां पहले ही जाकर खाने का आर्डर कर दें वर्ना खाना खत्म हो सकता
है। आम तौर पर ये रेस्टोरेंट 12 बजे से 2 बजे के बीच खाना परोसता है। यह शुद्ध
शाकाहारी रेस्टोरेंट है। कुल 150 रुपये का कूपन लेकर ऊपर जाइए। बफेट सजा है। किसी
भोज की तरह। आप खुद से खाना लिजिए और जी भर कर खाइए। तवे की रोटी, चावल, दाल, दो सब्जियां, पापड़, अचार
आदि। रोटी मिलेगी सिर्फ तीन बाकी सब कुछ चाहे जितनी मर्जी खाएं।
महवा रेस्टोरेंट का खाना
सुस्वादु था। रेस्टोरेंट वाले ने बताया कि अभी कम सैलानी आ रहे हैं इसलिए हम रोज
25-30 लोगों का ही खाना बनाते हैं। इसलिए देर से आने वालों के लिए खाना खत्म हो
जाता है। खाकर आराम करने की इच्छा हुई। समय भी था तो समंदर के किनारे पेड़ों की
छांव में लकड़ी की बनी बेंच पर जाकर लेट गया। ठंडी ठंडी हवाएं चल रही थीं। पर सोना
नहीं था, कहीं वापसी की बस न छूट जाए।
वैसे
हैवलॉक के राधानगर में महवा के अलावा खाने पीने के कुछ और रेस्टोरेंट भी हैं। यहां खाने की दरें महवा से कम हैं। आप
चाहें तो फ्रूट सलाद और दूसरे फलों का स्वाद भी ले सकते हैं। यहां मिलने वाली ज्यादातर फल और
सब्जियां इसी द्वीप की उपज होती हैं। अगर आप राधानगर में कुछ पेट पूजा नहीं भी कर सके तो कोई बात नहीं, गोविंदनगर बंदरगाह के पास बाजार में भी कई रेस्टोरेंट मौजूद हैं। यहां आप शाकाहारी के अलावा सी फूड का भी आनंद ले सकते हैं। नारियल पानी तो हर जगह मिलता है।
वाटर गेम्स का मजा - हैवलॉक द्वीप पर
समंदर में कई तरह के वाटर गेम्स का मजा भी लिया जा सकता है जैसे स्कूबा डाइविंग,
सी वाकिंग, स्नोरकेलिंग आदि। सी वाकिंग के 45 मिनट के अभ्यास के लिए दो हजार रुपये
शुल्क है। समंदर में पानी के अंदर जाने का आनंद लेने वाले लोग इसका आनंद लेना
चाहते हैं। यह एक यादगार अनुभव होता है।

हमारे साथ एक सज्जन
हैं केरल के दुबई में नौकरी करते हैं पर उनकी पत्नी पोर्ट ब्लेयर की हैं जो अपने
पति को पोर्टब्लेयर के द्वीप घूमाने लाई हैं। वे मुझे हैवलॉक की कुछ विशेषताओं से
अवगत कराती हैं।
हैवलॉक से हमारी वापसी की क्रूज 3.45 बजे है। मैं आधे घंटे पहले ही गोविंद नगर जेट्टी पहुंच गया हूं। वापसी में भी चेकइन काउंटर पर जाकर टिकट की जांच करवाने की प्रक्रिया से गुजरना पड़ा, उसके बाद जेट्टि एरिया में प्रवेश मिला। वापसी में बोट पर सीटें खाली हैं इसलिए मैं पूरे रास्ते अलग अलग जगहों पर बैठकर यात्रा का आनंद ले रहा हूं।
हमारे साथ हैदराबाद का एक मुस्लिम व्यापारी परिवार सफर कर रहा है। उनके साथ कई नन्हें बच्चे भी हैं। इस परिवार के एक युवा कारोबारी यहां भी फोन पर कारोबार की बातें अपने किसी क्लाएंट से किए जा रहे हैं। वे अपने हर जवाब के साथ जोड़ते हैं इंसा अल्ला। मैं अभी अंदमान में हूं...इंसा अल्ला। मैं हैदराबाद आकर आर्डर भेजूंगा...इंसा अल्ला। आपका आर्डर मिल गया...इंसा अल्ला। पूरी बातचीत में उन्होंने 36 बार इंसा अल्ला जोड़ा। वापसी में समंदर की लहरों में उछाल तेज है। क्रूज का पिछला हिस्सा हिल रहा है। पर स्टाफ बताता है कि यह रोज होता है घबराने की कोई बात नहीं। फिनिक्स बे पर उतरने के बाद मैं सारे स्टाफ को धन्यवाद कहकर हैवलॉक की मीठी यादें लिए आगे बढ़ जाता हूं।
हैवलॉक से हमारी वापसी की क्रूज 3.45 बजे है। मैं आधे घंटे पहले ही गोविंद नगर जेट्टी पहुंच गया हूं। वापसी में भी चेकइन काउंटर पर जाकर टिकट की जांच करवाने की प्रक्रिया से गुजरना पड़ा, उसके बाद जेट्टि एरिया में प्रवेश मिला। वापसी में बोट पर सीटें खाली हैं इसलिए मैं पूरे रास्ते अलग अलग जगहों पर बैठकर यात्रा का आनंद ले रहा हूं।
हमारे साथ हैदराबाद का एक मुस्लिम व्यापारी परिवार सफर कर रहा है। उनके साथ कई नन्हें बच्चे भी हैं। इस परिवार के एक युवा कारोबारी यहां भी फोन पर कारोबार की बातें अपने किसी क्लाएंट से किए जा रहे हैं। वे अपने हर जवाब के साथ जोड़ते हैं इंसा अल्ला। मैं अभी अंदमान में हूं...इंसा अल्ला। मैं हैदराबाद आकर आर्डर भेजूंगा...इंसा अल्ला। आपका आर्डर मिल गया...इंसा अल्ला। पूरी बातचीत में उन्होंने 36 बार इंसा अल्ला जोड़ा। वापसी में समंदर की लहरों में उछाल तेज है। क्रूज का पिछला हिस्सा हिल रहा है। पर स्टाफ बताता है कि यह रोज होता है घबराने की कोई बात नहीं। फिनिक्स बे पर उतरने के बाद मैं सारे स्टाफ को धन्यवाद कहकर हैवलॉक की मीठी यादें लिए आगे बढ़ जाता हूं।
-vidyutp@gmail.com
(ANDAMAN, HAVELOCK, LUNCH, MAHWA, RADHANAGAR )
अंदमान की यात्रा को पहली कड़ी से पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
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Wah maza aa gaya sir
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