अंदमान के सबसे
सुंदर द्वीपों में से एक है हैवलॉक द्वीप। अंदमान आने वाले ज्यादातर सैलानी यहां
जरूर जाते हैं। प्रकृति ने हैवलॉक को जी भरकर खूबसूरती सौंपी है। इसलिए आप भी
पोर्ट ब्लेयर पहुंचने पर हैवलॉक जरूर जाएं। हैवलॉक का सबसे सुंदर समुद्र तट है राधानगर।
मन मोह लेता नीला
समुद्र। समुद्र के किनारे अनमने जंगल। क्या दोपहर हो या क्या शाम राधा नगर का
सौंदर्य हमेशा मन मोहता है। राधा नगर को देश के सबसे सुंदर समुद्र तट में शुमार
किया जाता है। साल 2004 में टाईम मैगजीन ने इसे एशिया का सबसे सुंदर समुद्र तट
बताया। राधानगर को देखकर कुछ कुछ त्रिवेंद्रम के पास कोवलम बीच की याद आती है। समंदर
के किनारे रेत पर मौज मस्ती करते बच्चे बूढ़े जवानों से राधानगर गुलजार रहता है। नव
विवाहित युगल तो यहां आते ही समंदर में अटखेलियां शुरू कर देते हैं। राधानगर का
पानी इतना साफ है कि वह आपको नहाने के लिए आमंत्रित करता है। यहां चाहे आप कितनी
देर तक भी नहाते रहें जी नहीं भरता। राधानगर के तट पर पहुंचते ही मानो रह बाला
राधा और गोपियों का रूप धर लेती है तो हर युवा कान्हा बन जाना चाहता है। यह एक
सभ्य, शालीन और पारिवारिक द्वीप है।
दुनिया की भीड़ से
दूर। वाहनों के चिल्लपों से दूर। एक नन्हें से द्वीप पर समुद्र की तट पर अप्रतिम
सौंदर्य में खो जाने का मौका देता है राधानगर। जब समंदर में नहाते हुए थक जाएं तो
वाच टावर पर चढ़कर लहरों का नजारा करें। नजारा करने के लिए यहां कई हट्स और लकड़ी
की बेंच भी बनी हुई हैं। इतना सब कुछ से जी नहीं भरे तो समंदर के किनारे किनारे
जंगलों की सैर पर निकल जाएं।
सुरक्षा के लिए
अंदमान टूरिज्म के गोताखोर राधानगर के किनारे तैनात रहते हैं। पर सैलानियों को चाहिए
कि उन्हें तैरना आता हो या नहीं वे गहरे समुंदर में न जाएं। राधानगर आप पहुंच गए
हैं और समंदर में नहाने के लिए कपड़े लेकर नहीं आए हैं तो यहां छोटी छोटी दुकाने
हैं जहां से आप टी शर्ट निक्कर टावल आदि खरीद सकते हैं। पर नहाने का मौका न
गंवाएं। यहां पर लोगों की सुविधा के लिए टायलेट, कपड़े बदलने के लिए कमरे और सामान
रखने के लिए लॉकर आदि की सुविधाएं भी उपलब्ध हैं। राधानगर ऐसी जगह है जहां आप तीन
घंटे आराम से गुजार सकते हैं। अगर आप हैवलॉक में ही रूके हैं तो कई बार यहां पहुंच
सकते हैं।
हमने सरकारी बस
सेवा का समय पता कर लिया था। वापसी की बस दो बज कर 15मिनट पर थी। उसके बाद वाली बस
3 बजे थी पर उससे क्रूज छूट जाने का खतरा था। इसलिए मैं नीयत समय पर आकर बस में
बैठ गया। बस फिर उसी हरे भरे रास्ते पर लौट पड़ी।
वापसी में एक बार
फिर काउंटर पर टिकट चेक इन कराना पड़ता है। समय होने पर क्रूज में प्रवेश आरंभ
हुआ। वापसी में हमारा जहाज तेज हिचकोले खा रहा था।जहाज के स्टाफ ने बताया कि हम अब
लहरों के विरूद्ध चल रहे हैं इसलिए जहाज हिचकोले खाता है। कई बार तो हिचकोले काफी
तेज हो जाते हैं। मैक्रूज के स्टाफ ने बताया कि सितंबर 2016 से हमारे जहाजों का किराया
और बढ़ने वाला है। पर हैवलॉक का ये सफर तो है काफी यादगार।
- vidyutp@gmail.com
(ANDAMAN, HAVELOCK, SEA,ISLAND )
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बहुत खूबसूरती से वर्णन किया है आपने। वाह
ReplyDeleteधन्यवाद
Deleteबहुत खूबसूरती से वर्णन किया है आपने। वाह
ReplyDeleteखूबसूरती से वर्णन किया है
ReplyDeleteधन्यवाद
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