आते-जाते ट्रकों के पीछे आपने
कभी गौर किया है। तमाम तरह की शेरो शायरी भरे संदेश इन ट्रकों के पीछे लिखे रहते
हैं। सबसे पहले शुरुआत करते हैं ऊपरवाले की आराधना से --
सदा भवानी दाहिनी, सनमुख रहे
गणेश
पांच देव मिलर क्षा करें
ब्रह्मा विष्णु महेश।
तो अब इसके जवाब में दूसरी
पंक्तियां देखिए...
सदा
स्टेरिंग का साथ रहे सन्मुख रहे ब्रेक,
पांचों मिल रक्षा करें टायर ट्यूब और जैक।
पांचों मिल रक्षा करें टायर ट्यूब और जैक।
अब
ट्रक वाले हैं तो हमेशा घूमते ही रहते हैं। तो तमाम शायरी उनके इसी दर्द को बयां
करती नजर आती है...
लिखा
परदेस क़िस्मत में,
वतन की याद क्या करना,
जहां बेदर्द हाकिम हों, वहां फ़रियाद क्या करना।
जहां बेदर्द हाकिम हों, वहां फ़रियाद क्या करना।
और
दूसरी बानगी देखिए....
दिन रात सफर में रहते हैं,
मालिक से बदनाम
कुछ इसी तरह की अभिव्यक्ति यहां
भी है...
हम किस किस को नजर में रखें, हम
सबकी नजर में रहते हैं
अल्लाह से किस्मत ऐसी पाई है, कि
हर वक्त सफर में रहते हैं।
ट्रक के ड्राईवर को मालिकों से
हमेशा शिकायत रहती है...
ड्राईवर
की ज़िन्दगी में लाखों इलज़ाम होते हैं,
निगाहें साफ़ होती हैं फिर भी बदनाम होते हैं।
निगाहें साफ़ होती हैं फिर भी बदनाम होते हैं।
जाहिर है सफर में अनिश्चतता तो
बनी ही रहती है तो सुनिए...
जीवन के सफर की बस यही कहानी,
ज्यादातर ट्रक तो टाटाके बने
होते हैं...तो टाटा को समर्पित ये शेर...
टाटा की गाड़ी जूतों की माला,
बुरी नजर वाले तेरा मुंह काला।
और ये जुदाई के लम्हों को पेश
करता हुआ शेर पेश है...
रहा चमन तो फूल खिलेंगे,
जिंदा रहे तो फिर मिलेंगे।
बीबी राखो टिप टाप, दो के बाद
फुल स्टाप
तो ट्रक वालों की रुमानियत भी
कुछ कम नहीं होती जनाब...
पलट कर देख जालिम तमन्ना हम भी
रखते हैं
तुम हुस्न रखती हो तो जमाना हम
भी रखते हैं
और यह भी
हंस मत पगली , प्यार हो जाएगा...
और यह भी
हंस मत पगली , प्यार हो जाएगा...
अब एक रिक्शा के पीछे लिखा हुआ
शेर सुनिए ...
फूल है गुलाब का खुशबू लेते
जाइए
रिक्शा है गरीब का पैसा देते
जाइए।
-vidyutp@gmail.com
( TRUCK, POEMS, INDIA, TRAVEL )
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