

लोगों में अगाध आस्था - खजिनाग मंदिर में स्थानीय लोगों
की अगाध आस्था है। मंदिर की पूजा पद्धति में अन्य मंदिरों से काफी अलग है। हर रोज सुबह
और शाम नाग देवता की एक घंटे तक पूजा होती है। पूजा के दौरान मंदिर का घंटा लगातार
बजाया जाता है। इसके साथ ही कई ग्रामीण पंरपरागत वाद्य यंत्रों को बजाते हैं।
मंदिर की कहानी – सदियों पुरानी
बात है। चंबा जिले में राणे हुआ करते थे। एक बार उनकी नजर लिली नामक गांव में
पहाड़ के ऊपर जलती रोशनी पर पड़ी। खजाना समझकर उन्होंने उसे खोदा तो वहां से चार
नाग प्रकट हुए। चारों को सम्मानपूर्वक एक पालकी में डालकर वहां से लाया गया। इस
दौरान नाग देवताओं ने कहां जहां से हमारी पालकी भारी हो जाएगी वहीं हम चारों अलग
अलग हो जाएंगे। सुकरेही नामक स्थान पर पालकी भारी हो गई। वहीं से चारों नाग अलग अलग
हो गए। चार नाग भाई क्रमशः चघुंई, जमुहार , खजियार और चुवाड़ी में बस गए।

झील का है पौराणिक महत्व - खज्जिनाग
मंदिर के सामने स्थित झील का भी पौराणिक महत्व है। कहा जाता है कि यह झील अंतहीन
है और उसमें शेषनाग के अवतारी खज्जिनाग स्वंय वास करते हैं। कई बार उन्होंने
स्थानीय लोगों को दर्शन भी दिए हैं। इस झील में मणिमहेश यात्रा के दौरान लोग
पवित्र स्नान भी करते हैं। एक लोककथा के अनुसार एक बार एक गड़ेरिया प्यास लगने पर
इस झील का पानी पीने लगा। उस दौरान उसके कानों की बालियां झील में गिर गईं। चलते
चलते जब गड़रिया चंबा शहर के पास सुल्तानपुर पहुंचा तो वहां बने एक पनिहार पर पानी
पीने लगा इसी दौरान उसकी दोनों बालियां वापस उसके हाथ में आकर गिर गईं। इसलिए लोग
इस झील को चमत्कारी मानते हैं।
24 मई की सुबह खजिनाग मंदिर में
पूजा के दौरान खास भीड़ दिखाई देती है। करीब जाकर देखता हूं तो पूजा के दौरान
मंदिर का घंटा हिमाचल प्रदेश सरकार के मंत्री बजा रहे हैं। पूरी पूजा के दौरान वे
लगभग एक घंटे लगातार घंटा बजाते रहे। वे हिमाचल सरकार के वन मंत्री ठाकुर सिंह
भारमौरी थे। यानी खजिनाग देवता में हर तबके की आस्था है।
कैसे पहुंचे – हिमाचल प्रदेश के
चंबा जिले में स्थित खजियार की पठानकोट से दूरी 105 किलोमीटर है। पठानकोट से बस या
टैक्सी से खजियार बनीखेत डलहौजी होते हुए पहुंचा जा सकता है।
----- माधवी रंजना
( KHAJINAG TEMPLE, KHAJIYAR, HIMACHAL )
आगे पढ़िए - एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा....
आगे पढ़िए - एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा....
No comments:
Post a Comment