दिल्ली के एक कॉलेज ने अपने
परिसर में सभी तरह के प्लास्टिक के बोतलों पर प्रतिबंध लगा दिया सुनकर खुशी हुई।
भले ही आपको प्लास्टिक का इस्तेमाल आसान लगता हो पर है ये सेहत के लिए हानिकारक।
हमें धातु के बरतनों का ज्यादा इस्तेमाल करना चाहिए। इसमे भी खासतौर पर तांबा।
तांबे के बर्तन का पानी पीने के बहुत सारे फायदे हैं। तांबा डायरिया, दस्त , पेट की अन्य बीमारियों और पीलिया आदि को रोकने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। आयुर्वेद के अनुसार ताम्र-धातु से निर्मित 'जल-पात्र' सर्वश्रेष्ठ माना गया है। तांबे के अभाव में मिट्टी का 'जल-पात्र' भी हितकर बतलाया गया है। वास्तव में तांबा पानी के शोधन के लिए सबसे सस्ता और उपयोगी साधन है। रात के समय तांबे के बर्तन में पानी भरकर रखना और सुबह उस पानी को पीना प्राचीन काल से ही स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद माना जाता है।
तांबे के बर्तन का पानी पीने के बहुत सारे फायदे हैं। तांबा डायरिया, दस्त , पेट की अन्य बीमारियों और पीलिया आदि को रोकने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। आयुर्वेद के अनुसार ताम्र-धातु से निर्मित 'जल-पात्र' सर्वश्रेष्ठ माना गया है। तांबे के अभाव में मिट्टी का 'जल-पात्र' भी हितकर बतलाया गया है। वास्तव में तांबा पानी के शोधन के लिए सबसे सस्ता और उपयोगी साधन है। रात के समय तांबे के बर्तन में पानी भरकर रखना और सुबह उस पानी को पीना प्राचीन काल से ही स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद माना जाता है।
पानी का स्वाद बढ़ाता है- जब पानी तांबे के बरतन में संग्रहित किया जाता है, तब तांबा धीरे से
पानी में मिलकर उस में सकारात्मक गुण प्रदान करता है। इस पानी के बारे में सबसे अच्छी बात यह है कि यह कभी भी
बेस्वाद नहीं लगता। आयुर्वेद के अनुसार, तांबे के बर्तन में रखे पानी को पीने से आपके शरीर ते तीनों दोश वात,
कफ़ व पित्त दूर हो जाते हैं।

पाचन क्रिया में सुधार - तांबे के बर्तन में रखे पानी को पीने से एसिडिटी
से छुटकारा मिल सकता है। तांबे में ऐसे तत्व मौजूद होते हैं जो नुकसानदायक
बैक्टीरिया को खत्म करते हैं और पेट की सूजन मिटाते हैं। अल्सर,
अपच और इंफेक्शन जैसी पेट की समस्याओं के लिए ये एक असरदार उपाय है।
वजन घटाता है - वजन कम करने के
लिए असरदार माने जाने वाले फाइबरयुक्त चीज़ें खाने के बावजूद भी अगर आपका वजन कम
नहीं होता तो नियमित रूप से तांबे के बर्तन में रखे पानी को पियें। इस पानी से
आपके शरीर की चर्बी कम होती है। तांबे में उच्च मात्रा एंटी-बैक्टीरियल,
एंटी-वायरल और एंटी इन्फ्लेमेटरी तत्व होने की वजह से इससे जख्म
जल्दी भरते हैं। इसके अलावा तांबे से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है और नई कोशिकाएं
बनने में भी मदद होती है। तांबे का पानी पीने से पेट के अंदर के जख्म भी जल्दी ठीक
हो जाते हैं। अगर आ चेहरे पर आती झुर्रियों से परेशान हैं तो तांबा आपके लिए
प्राकृतिक उपचार साबित हो सकता है।
खरीदते समय शुद्धता का ध्यान रखें - तांबे का बर्तन खरीदते हुए
ध्यान रखें कि वो शुद्ध तांबे से बना हो। आप तांबे का जग,
लोटा, ग्लास या फिर बड़ा मर्तबान भी खरीद सकते हैं। आजकल आप तांबे थरमस जैसे बोतल ऑनलाइन साइटों से या फिर बाजार से भी खरीद सकते हैं।
तांबे के बर्तन
में जब पानी डालकर रखें तो उसे ढंकना न भूलें। तांबे के बरतन के आंतरिक हिस्से की सफाई के लिए नींबू के रस, छाछ या फिर पीतांबरी पाउडर का इस्तेमाल करें।
-vidyutp@gmail.com
( Copper, Pot, Water)
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