
इस बार मैं जैसे हावड़ा स्टेशन से बाहर निकलता एक टैक्सी वाले से पूछा मुझे दमदम के लिए टैक्सी लेनी है। टैक्सी वाले ने कहा वहां प्रीपेड के काउंटर पर लाइन में लग जाइए। मैं लाइन लग गया। ये काउंटर कोलकाता ट्रैफिक पुलिस आपरेट करती है। लाइन में देखा कि वहां कोलकाता के प्रमुख प्वाइंट का हावड़ा से टैक्सी का किराया भी लिखा था। ये किराया 12 रुपये प्रति किलोमीटर की दर से है। मतलब पूरी पारदर्शिता है।
यहां आप अपने परिवार और सामान के साथ होंगे। एक ट्रैफिक पुलिस का जवान आपको टैक्सी एलाट करता है। हमें जो टैक्सी एलाट हुई उसके ड्राइवर बिहार के वैशाली जिले के सराय के रहने वाले थे। बीस साल से कोलकाता में टैक्सी चला रहे हैं।
उन्होंने बताया कि हावड़ा स्टेशन के आसपास कोई भी टैक्सी वाला सीधे सवारी नहीं बिठा सकता। ऐसा करने पर 2800 रुपये फाइन है। साथ ही ये भी बताया कि दीदी ( ममता बनर्जी) का राज आने से ट्रैफिक कानून पहले से सख्त हो गए हैं। टैक्सी में 4 सवारी से ज्यादा नहीं बिठा सकते। रेडलाइट का ख्याल रखना पड़ता है...आदि...आदि। अब हमें सड़कों पर नियम का पालन करना पड़ता है। एक बार जुर्माना भरना पड़ा तो कई दिनों की कमाई पानी में चली जाएगी।
नो रिफ्यूजल टैक्सी सेवा - कोलाकाता की टैक्सियों पर नो रिफ्यूजल लिखा हुआ नजर आता है। इसका मतलब यह है कि आप कहीं भी जाने का प्रस्ताव रखें टैक्सी वाला आपको मना नहीं करेगा। दिल्ली वालों को यह सुनकर थोडा अचरज हो सकता है क्योंकि यहां तो ज्यादातर आटो रिक्शा वाले कहीं भी जाने से मना करने लगते हैं।
हावड़ा स्टेशन से बाहर आटो रिक्शा नहीं चलते हैं। कहीं भी
जाने के लिए बस या फिर टैक्सी सेवा है। यहां पर टैक्सी का किराया दिल्ली के आटो रिक्शा के ही बराबर है। कोलकाता
की सारी टैक्सियां एंबेस्डर हैं। अब कुछ नई टैक्सियां स्वीफ्ट डिजायर एसी माडल में
भी आ गई हैं। पर इनका भी किराया वही है, दमदम गोरा बाजार की रसीद कटवाने के बाद एक
दूसरी लाइन में लग जाना था टैक्सी के लिए।
उन्होंने बताया कि हावड़ा स्टेशन के आसपास कोई भी टैक्सी वाला सीधे सवारी नहीं बिठा सकता। ऐसा करने पर 2800 रुपये फाइन है। साथ ही ये भी बताया कि दीदी ( ममता बनर्जी) का राज आने से ट्रैफिक कानून पहले से सख्त हो गए हैं। टैक्सी में 4 सवारी से ज्यादा नहीं बिठा सकते। रेडलाइट का ख्याल रखना पड़ता है...आदि...आदि। अब हमें सड़कों पर नियम का पालन करना पड़ता है। एक बार जुर्माना भरना पड़ा तो कई दिनों की कमाई पानी में चली जाएगी।
नो रिफ्यूजल टैक्सी सेवा - कोलाकाता की टैक्सियों पर नो रिफ्यूजल लिखा हुआ नजर आता है। इसका मतलब यह है कि आप कहीं भी जाने का प्रस्ताव रखें टैक्सी वाला आपको मना नहीं करेगा। दिल्ली वालों को यह सुनकर थोडा अचरज हो सकता है क्योंकि यहां तो ज्यादातर आटो रिक्शा वाले कहीं भी जाने से मना करने लगते हैं।
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