डेकारागांव से इटानगर के लिए जाती पहली पैसेंजर ट्रेन। |
पूर्वोत्तर
के राज्य अरुणाचल प्रदेश लोगों के लिए वह दोपहर यादगार बन गई जब सात अप्रैल 2014
को पहली यात्री रेलगाड़ी इटानगर के नाहरलागुन में 400 यात्रियों को लेकर पहुंची। दस यात्री बोगी और दो माल बोगी को लेकर डीजल
इंजन सुबह सात बजे डेकारगांव से चला और 181 किलोमीटर
की दूरी तय करके यहां दोपहर साढ़े 12 बजे पहुंचा।
डेकारगांव
रेलवे स्टेशन पर नाहरलागुन के लिए 35 रुपये की पहली टिकट खरीदने वाले यात्री ने कहा कि अरूणाचल प्रदेश के लिए आज बड़े सौभाग्य का दिन है।
प्रधानमंत्री
मनमोहन सिंह ने 31 जनवरी 2008 को राज्य के लिए अपने पैकेज में रेलगाड़ी सेवा की घोषणा की थी। रेलगाड़ी
के पहुंचने के बारे में अरुणाचल के मुख्यमंत्री नबाम तुकी ने भी चुनाव प्रचार के
दौरान घोषणा की थी कि अरूणाचल को देश की राजधानी दिल्ली से जोड़ने के लिए जल्द ही
राजधानी और शताब्दी एक्सप्रेस जैसी रेलें चलाई जाएगी।
भारतीय रेल
के तेजपुर डिविजन के डेकारागांव रेलवे रेलवे स्टेशन से सुबह सात बजे पहली
पैसेंजर ट्रेन इटानगर के लिए रवाना हुआ। डेकारागांव से WDP4B 20075 IN LHF लोको इस
ट्रेन को लेकर रवाना हुआ। ट्रेन नंबर 55613 पैसेंजर
हर रोज नाहरलागुन दोपहर साढे 12 बजे पहुंचेगी। वापसी में ये ट्रेन एक बजे वहां से
रवाना होगी। इस ट्रेन में 10 पैसेंजर कोच हैं। नाहरालागुन अरुणाचल प्रदेश की
राजधानी इटानगर का निकटतम रेलवे स्टेशन है। यहां से इटानगर शहर की दूरी 7 किलोमीटर
है।
रेलवे मानचित्र पर जुड़ने के बाद आने वाले समय में नई दिल्ली, गुवाहाटी से ईटानगर के लिए सीधी रेल चलाने का रास्ता साफ हो गया है। गुवाहाटी, अगरतला के बाद ईटानगर पूर्वोत्तर राज्यों में तीसरी राजधानी है जो अब रेलवे मानचित्र पर आ चुकी है। अभी एजल, इंफाल, शिलांग, गंगटोक और कोहिमा जैसी राजधानियां रेल की सिटी का इंतजार कर रही हैं। यानी पांच राज्यों की राजधानियां अभी रेल से अछूती हैं।
अब दिल्ली से सीधी ट्रेन सेवा
22 फरवरी
2015 से नई दिल्ली से नाहरलगुन के लिए सीधी एसी एक्स्प्रेस ट्रेन का संचालन शुरू
हो गया है। ये ट्रेन हर रविवार को दिल्ली से चलती है। ये ट्रेन मंगलवार को सुबह
नाहरलागुन (NHLN) यानी इटानगर पहुंचती है। इस तरह अब अरुणाचल
की राजधानी इटानगर सीधे रेल से जुड़ गई है। इस ट्रेन में दिल्ली से इटानगर का सफर
करने के लिए इनर लाइन परिमट जरूरी है। क्योंकि अरुणाचल में बाहरी लोग अगर घूमने या
व्यापार करने जाते हैं तो इस तरह का परमिट बनवाना पड़ता है। दिल्ली नाहर लागुन एसी
एक्सप्रेस लोगो डब्लूएपी 7 (30209 गाजियाबाद नवचेतक) के साथ अपने पहले सफर पर दौड़ी। ये ट्रेन दिल्ली से
अरुणाचल प्रदेश तक का सफर करने वाले लोगों के लिए वरदान बन गई है।
- विद्युत प्रकाश मौर्य -vidyutp@gmail.com
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