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संगाई फेस्टिवल इंफाल में तुपुल के शॉल के साथ. |
दिन भर मणिपुर की राजधानी इंफाल घूमने के बाद हमलोग आ पहुंचे हैं शाम को संगाई उत्सव में। मणिपुर अपने कई रंगों के लिए
देश भर में प्रसिद्ध है। मसलन मणिपुरी नृत्य जिसमें कई कलाकार देश भर में नाम रोशन
कर रहे हैं। मणिपुर की अपनी फिल्म इंडस्ट्री भी है।
पूर्वोत्तर के शहरों के बीच मणिपुरी हैं हस्तशिल्प की अपनी अलग पहचान है। इसमें खासतौर पर मणिपुरी शाल अपनी विशेषताओं के लिए देशभर में अलग पहचान रखता है। चटख लाल काले रंग और सर्दियों में गरमहाट के लिए मणिपुरी शॉल प्रसिद्ध हैं।
शाल के अलावा मणिपुर की महिलाएं घाघरे की तरह लपेटे जाने वाला वस्त्र भी तैयार करती हैं। ये लेडिज शॉल के आकार का ही होता है पर इसका डिजाइन शॉल से थोड़ा अलग होता है। यह उन्हें सरदी से बचाता है।
पूर्वोत्तर के शहरों के बीच मणिपुरी हैं हस्तशिल्प की अपनी अलग पहचान है। इसमें खासतौर पर मणिपुरी शाल अपनी विशेषताओं के लिए देशभर में अलग पहचान रखता है। चटख लाल काले रंग और सर्दियों में गरमहाट के लिए मणिपुरी शॉल प्रसिद्ध हैं।
शाल के अलावा मणिपुर की महिलाएं घाघरे की तरह लपेटे जाने वाला वस्त्र भी तैयार करती हैं। ये लेडिज शॉल के आकार का ही होता है पर इसका डिजाइन शॉल से थोड़ा अलग होता है। यह उन्हें सरदी से बचाता है।
इंफाल के पास एक कस्बा है तुपुल
है। तुपुल में ग्रामीण महिलाएं घर घर में शॉल तैयार करती हैं। ये शॉल पूरी तरह से
हाथ से बुने जाते हैं। कई डिजाइनर शॉल तैयार करने में तो कई दिन लग जाते हैं। रंग बिरंगे और गर्म मणिपुरी शॉल बाकी राज्यों
के हस्तशिल्प उत्पाद की तुलना में सस्ते हैं। प्लेन शॉल तो 200 रुपये से मिलना आरंभ हो जाता है।
और हमारे सारथि महोदय भी मोल भाव करने लगे। |
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विद्युत प्रकाश मौर्य- vidyutp@gmail.com
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