डिमापुर - रेलवे स्टेशन के पास स्थित बस स्टैंड |
सुबह सुबह
डिमापुर रेलवे स्टेशन के बाहर मैं कोहिमा जाने के लिए विकल्प की तलाश में हूं।
टैक्सी या फिर बस। बस सस्ती है टैक्सी की तुलना में। फिर बस से ही जाना तय करता हूं।
नागालैंड की
राजधानी कोहिमा पहुंचने के लिए डिमापुर निकटतम रेलवे स्टेशन है। यहां से नगालैंड
की राजधानी कोहिमा की दूरी 74 किलोमीटर है। कोहिमा के लिए आपको रेलवे
स्टेशन परिसर से पीली टैक्सियां मिलती हैं। इन शेयरिंग टैक्सियों में एक व्यक्ति
का किराया 220 रुपये है। अगर टैक्सी के बजाय बस से
जाना चाहते हैं तो रेलवे स्टेशन के सामने ही नगालैंड स्टेट ट्रांसपोर्ट ( एनएसटी)
का बस स्टैंड है। यहां से कोहिमा का बस किराया 120 रुपये है। मैंने बस से ही सफर करने का फैसला लिया। एनएसटी की कार्य पद्धति
काफी अनुशासित है।
बस काउंटर
से कंप्यूटरीकृत टिकट मिलने के साथ ही उस पर आपका सीट नंबर और बस का नंबर अंकित
होता है। मैं यहां देख पा रहा हूं कि स्टेशन परिसर में सुबह लगे नोटिस बोर्ड में
दिन भर खुलने वाली बसों के नंबर, खुलने का
समय, गंतव्य के साथ ड्राइवर और कंडक्टर के नाम भी
प्रकाशित किए जाते हैं। ये शासकीय पारदर्शिता का सुंदर नमूना है। संयोग से मुझे बस
में खिड़की वाली सीट मिल गई है। हालांकि बाद में कोहिमा में हमारे साथी अमित ने बताया कि टैक्सी से आना ज्यादा सुविधाजनक है।
पीफेमा में चाय नास्ते के लिए ठहराव। |
बस अपने नियत समय पर खुली।
डिमापुर कोहिमा का सफर तीन घंटे का है। डिमापुर शहर पार करते ही नेशनल हाईवे नंबर 29 पर पहाड़ी रास्ते शुरू हो जाते हैं। धीरे-धीरे ठंड बढ़ने लगती है। पहाड़
घाटियां और हरियाली ये बताते हैं कि क्यों नागालैंड को पूर्वोत्तर का स्वीटजरलैंड
कहा जाता है। रास्ते में मेडिजफेमा में राष्ट्रीय मिथुन अनुसंधान केंद्र आता है।
हमारी बस पीफेमा में देर तक
रूकती है चाय नास्ते के लिए। पीफेमा छोटा सा बाजार है जो डिमापुर कोहिमा के मध्य
में स्थित है। हमारे बस के ड्राइवर बड़े अनुशासन से बस को धीरे धीरे चला रहे हैं।
ये अच्छी बात वरना पहाड़ के घुमावदार रास्तों में चकरघिन्नी से लोगों को उल्टियां
आने लगती हैं।
सुबह के दस बजे हैं,
पहाड़ों पर चटकीली धूप खिली है। एक प्रवेश द्वार आता है जिस पर लिखा
है – वेलकम टू कोहिमा। शिमला, दार्जिलिंग
की तरह एक और पहाड़ी शहर कोहिमा में हम पहुंच चुके थे। एनएसटी स्टैंड के पास ही एक
होटल का बोर्ड नजर आता है -बोनांजा लॉज। कमरे का किराया कम है, मैं इसी में एक कमरा बुक करा लेता हूं।
वैसे कोहिमा में रुकने के लिए
और कई होटल उपलब्ध हैं। अगर आपको डिमापुर में ही रात को रुकना पड़ जाए तो वहां भी
कई होटल उपलब्ध हैं। इनमें से एक है जल महल होटल। जहां हर तरह के कमरे और शाकाहारी
रेस्टेरोंट भी उपलब्ध है। http://hoteljalmahal.com/
( NAGALAND 2, KOHIMA BY BUS AND TAXI, PIPHEMA )
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