माखनचोर,
नंदकिशोर, मनमोहन,घनश्याम
रे...
कितने तेरे रूप हैं ,
और कितने तेरे नाम रे...
वाकई नटवर नागर के अनंत रूप हैं, जिनका बखान करना आसान नहीं है। वे कवियों की कल्पना में बसते हैं तो कलाकारों की कूचियों के अनगिनत रंगों में भी पूरी तरह समाहित नहीं हो पाते। कान्हा के बहुत सारे रुप देखने हों तो कुरूक्षेत्र पहुंचिए। यहां महाभारत की लड़ाई हुई थी लेकिन कुरुक्षेत्र में बना श्रीकृष्ण संग्रहालय आपको कान्हा के कई रुपों से मिलवाता है। कुरुक्षेत्र का प्रमुख आकर्षण है श्रीकृष्ण संग्रहालय। 1991 में बना ये संग्रहालय अब भव्य रूप ले चुका है। 1995 में संग्रहालय में नया ब्लाक शामिल किया गया। वहीं 2012 में इसमें मल्टी मीडिया गैलरी को जोड़ा गया।
तीन मंजिले संग्रहालय में महाभारत के युद्ध को मल्टीमीडिया स्वरूप देखा जा सकता है। संग्रहालय की उपर वाली मंजिल पर बने इस प्रदर्शनी में महाभारत की युद्ध भूमि का बड़ा ही विशाल स्वरूप दिखाई देता है। खास तौर पर ये बच्चों को काफी पसंद आता है।
संग्रहालय में सातों दिन प्रवेश - श्रीकृष्ण संग्रहालय सालों भर खुला रहता है।
यहां सातों दिन यानी रविवार को भी जाया जा सकता है। यहां प्रवेश का टिकट 30 रुपये का है। संग्रहालय के भवन के मुख्य भवन पर महाभारत के युद्ध में रथ
पर सवार अर्जुन व श्रीकृष्ण की तस्वीर है। संग्रहालय के अंदर श्रीकृष्ण को विविध
रूपों में देखा जा सकता है। यह संग्रहालय भारत के दो बार कार्यवाहक प्रधानमंत्री
रहे गुलजारी नंदा का ड्रीम प्रोजेक्ट था जिसने धीरे धीरे आकार लिया।
अलग चित्रकला शैली में देखें
कान्हा को - कान्हा के प्रेम में हर प्रांत के कलाकार रंगे हैं। तो इस संग्रहालय में देश के
प्रमुख पेंटिंग शैली में श्रीकृष्ण की तस्वीरें यहां देखी जा सकती हैं। कांगड़ा
शैली में,
दक्षिण भारत के तंजौर शैली में तो बिहार की मधुबनी पेटिंग में बाल गोपाल के
मोहक चित्र यहां देखे जा सकते हैं। न सिर्फ पेंटिंग, बल्कि
मूर्तिकला, स्थापत्य कला में भी कान्हा के विविध रूप आप यहां
देख सकते हैं। श्री कृष्ण म्यूजियम ने कवाड पेंटिंग देख सकते हैं। कवाड विधा में लकड़ी के बक्से में कई दरवाजे होते हैं, जिसमें तस्वीरें बनी होती हैं।
मल्टी मीडिया में गीता गैलरी
- संग्रहालय में गीता गैलरी भी है। साथ ही
धर्म का ज्ञान बढ़ाने मल्टीमीडिया में सवाल जवाब वाले रोचक कियोस्क लगाए गए हैं जो
बच्चों को काफी आकर्षित करते हैं। यहां आप अभिमन्यु का चक्रव्यूह का भी शानदार चित्रण देख सकते हैं, जो काफी रोचक है। कान्हा संग्रहालय के बारे में
कुछ और जानना है तो आप म्यूजियम के ब्लॉग पर भी जा सकते हैं - www.srikrishnamuseum.blogspot.in
रोचक है श्रीकृष्ण पैनोरमा - म्यूजियम के परिसर में ही श्रीकृष्ण पैनोरमा बना है। यह वास्तव में साइंस सेंटर है जो न सिर्फ बच्चों को बल्कि बड़ों को भी लुभाता है। यहां टेलीविजन का वर्चुअल स्टूडियो जैसी कई रोचक चीजें देखी जा सकती हैं। बच्चे तो यहां पहुंचने के बाद निकलने का नाम ही नहीं लेते। अनादि के साथ भी यही हुआ। वे अंदर पहुंच कर रम गए।
जब भी आप श्रीकृष्ण म्युजियम
पहुंचे तो अपने पास कुछ घंटे रखें इसे अच्छी तरह से देखने के लिए। संग्रहालय के परिसर के बाहर विशाल पार्क भी है जहां कई तरह के रोचक खेल हैं। संग्रहालय से
लगा हुए इस सुंदर हरे भरे पार्क में बैठकर आप यात्रा की थकान भी मिटा सकते हैं।
कुरुक्षेत्र का श्री कृष्ण
संग्रहालय महाभारत और गीता पर आधारित कलाकृतियों के लिए जाना जाता है लेकिन अब इस
संग्राहलय की खूबियों में दुर्लभ पौधे भी शुमार हो गए हैं। धार्मिक मान्यताओं के
अनुसार यहां पारिजात समेत कई महाभारतकालीन पौधे भी लगाए गए हैं।
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