हमने आपको पहले भी बताया था कि ओंकारेश्वर में ठहरने के लिए गजानन आश्रम सबसे अच्छी जगह है। तो ओंकारेश्वर के गजानन आश्रम में हमारे दो दिन बड़े आनंद के साथ गुजरे। हरे भरे परिसर में अनादि ने खूब मौज मस्ती की। यहां हमे पता चला कि महान संत गजानन
महाराज द्वारा स्थापित गजानन सेवा संस्थान का मुख्य आश्रम महाराष्ट्र के शेगांव ( अकोला के पास )
में है।
शेगांव विशाल आनंद सागर नगर बनाया गया है। यहां श्रद्धालुओं के लिए आवास के अलावा बच्चों के लिए शानदार पार्क और झूले बनाए गए हैं। बच्चों के लिए खिलौना ट्रेन भी है। ऐसा प्रतीत होता है मानो गजानन महाराज को बच्चों से काफी स्नेह था। इसके अलावा आश्रम ने मध्य प्रदेश में ओंकारेश्वर, महाष्ट्र में त्रयंबकेश्वर और पंढरपुर में भी आवासीय कांप्लेक्स बनाए हैं। इन सब स्थलों पर आप जाएं तो गजानन आश्रम में ठहर सकते हैं।
शेगांव विशाल आनंद सागर नगर बनाया गया है। यहां श्रद्धालुओं के लिए आवास के अलावा बच्चों के लिए शानदार पार्क और झूले बनाए गए हैं। बच्चों के लिए खिलौना ट्रेन भी है। ऐसा प्रतीत होता है मानो गजानन महाराज को बच्चों से काफी स्नेह था। इसके अलावा आश्रम ने मध्य प्रदेश में ओंकारेश्वर, महाष्ट्र में त्रयंबकेश्वर और पंढरपुर में भी आवासीय कांप्लेक्स बनाए हैं। इन सब स्थलों पर आप जाएं तो गजानन आश्रम में ठहर सकते हैं।
एडवांस बुकिंग नहीं होती - गजानन संस्थान के
किसी भी आश्रम में रहने के लिए कोई एडवांस बुकिंग की सुविधा नहीं है। मौके पर
पहुंचकर ही उपलब्धता देखी जा सकती है। आश्रम में रहने वाले श्रद्धालुओं को एक
संकल्प पत्र पढ़ना पड़ता है। इसमें नशीले पदार्थों का सेवन न करने की बात के साथ ज्यादा
शोर करने पर पाबंदी है। गजानन आश्रम में श्रद्धालु अधिकतम तीन दिन रह सकते हैं।
सारा इंतजाम सेवादारों के हवाले - गजानन आश्रम की पूरी
व्यवस्था कोई वेतन वाले स्टाफ नहीं बल्कि सेवादार देखते हैं। सेवादार पूरी आस्था
से आने वाले भक्तों की सेवा में लगे रहते हैं। आश्रम की साफ सफाई इतनी की आप अपने
घर में भी इतनी स्वच्छता नहीं रख पाते होंगे। आश्रम के काउंटर पर फर्स्ट एड और
मामूली बीमारियों के लिए दवाओं की सुविधा भी निःशुल्क उपलब्ध है। साथ ही काउंटर से
गजनान संस्थान का साहित्य भी खरीदा जा सकता है।
आश्रम में रियायती भोजनालय भी - आश्रम परिसर में अच्छी कैंटीन भी है। यहां सुबह का नास्ता दोपहर का खाना और रात का खाना रियायती दर पर मिलता है। मिनरल वाटर की 15 रुपये वाली बोतल यहां दस रुपये में मिल जाती है। आश्रम परिसर में एक सुंदर मंदिर भी है। आप यहां सुबह शाम की पूजा में शामिल हो सकते हैं।
आश्रम में रियायती भोजनालय भी - आश्रम परिसर में अच्छी कैंटीन भी है। यहां सुबह का नास्ता दोपहर का खाना और रात का खाना रियायती दर पर मिलता है। मिनरल वाटर की 15 रुपये वाली बोतल यहां दस रुपये में मिल जाती है। आश्रम परिसर में एक सुंदर मंदिर भी है। आप यहां सुबह शाम की पूजा में शामिल हो सकते हैं।
आश्रम में सेवादार बनने की होड़ - संत गजनान
महाराज के प्रति महाराष्ट्र के विदर्भ इलाके के लोगों में बड़ी आस्था है।
महाराष्ट्र के कई जिलों से गजानन आश्रम का सेवादार बनने के लिए लोग गांव-गांव से
आते हैं। सफेद कपड़ो में रहने वाले ये सेवादार चुपचाप सारे कार्यों को अंजाम देते हैं।
कुछ महीने सेवा देने के बाद सेवादार वापस अपने घर चले जाते हैं। ये सेवादार चुपचाप अपनी सेवा मे लगे रहते हैं। एक सेवादार ने बताया
कि आश्रम में सेवा देने के लिए लोगों में इतनी होड़ लगी रहती है कि नाम लिखवाने के
कई महीने बाद तो कई बार साल भर बाद ही आश्रम की ओर से बुलावा आता है।
आश्रम में संगमरमर पत्थरों से बना एक सुंदर मंदिर है। यहां सुबह शाम पूजा होती है। आश्रम में रहने वाले श्रद्धालु इस पूजा में हिस्सा ले सकते हैं। ज्यादा जानने के लिए आश्रम की इस साइट पर जाएं- http://www.gajananmaharaj.org/
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----- विद्युत प्रकाश मौर्य
(GAJANAN ASHRAM, JYOTIRLINGAM, TEMPLE, SHIVA)
(GAJANAN ASHRAM, JYOTIRLINGAM, TEMPLE, SHIVA)
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