कई बागों के शहर के
रुप में पहचान रखने वाले बेंगलुरू की अब पहचान एक आईटी सिटी के रुप में है। 1992
के बाद दूसरी बार बेंगलुरू जाना हुआ 2012 में। बेटे अनादि और माधवी के साथ हम
पहुंचे सुबह सुबह बेंगलुरू सिटी स्टेशन। ये शहर का सबसे बड़ा और व्यस्त रेलवे
स्टेशन है। इसके अलावा बेंगलुरू कैंट और यशवंतपुर नामक दो और स्टेशन हैं जहां से
लंबी दूरी की रेलगाड़ियां खुलती हैं।
बेंगलुरु सिटी स्टेशन के ठीक सामने शहर का मैजेस्टिक बस स्टैंड है। यहां लोकल और इंटर स्टेट दोनों टर्मिनल आजू बाजू में हैं। दिल्ली जैसे शहर में भी इतना बड़ा लोकल बस टर्मिनल नहीं है। रेलवे स्टेशन से बस स्टैंड जाने के लिए सड़क पार करने की जरूरत नहीं है। इसके लिए सबवे बना हुआ है। आपको शहर के किसी भी कोने की बस रेलवे स्टेशन के सामने के टर्मिनल से मिल सकती है। इंटर स्टेट और लोकल बस स्टैंड को जोड़ने के लिए उपरगामी सेतु भी बनाए गए हैं। दिल्ली में सिर्फ आनंद विहार टर्मिनल ऐसी जगह है जहां रेलवे स्टेशन, लोकल, लंबी दूरी वाले बस स्टैंड और मेट्रो स्टेशन एक ही परिसर में हैं।
बेंगलुरू रेलवे स्टेशन के बाहर ब्रांडेड
कंपनियों की टैक्सी सेवाएं भी उपलब्ध हैं। यहां आप वाजिब दरों पर टैक्सी सेवा ले
सकते हैं।
हांलाकि बेंगलुरू के आटो वाले भी दिल्ली वालों की तरह मोलभाव करते हैं। हाल ही में बेंगलुरू में भी मेट्रो रेल सेवा आरंभ हो गई है। हालांकि अभी यह 10 किलोमीटर से कम के दायरे में अपनी सेवाएं दे रही है। लेकिन बेंगलुरू मेट्रो जिसे नाम दिया गया है नमदा जल्द ही पूरे बेंगलुरू शहर को अपनी सेवाएं देगी।
बेंगलुरु सिटी स्टेशन के ठीक सामने शहर का मैजेस्टिक बस स्टैंड है। यहां लोकल और इंटर स्टेट दोनों टर्मिनल आजू बाजू में हैं। दिल्ली जैसे शहर में भी इतना बड़ा लोकल बस टर्मिनल नहीं है। रेलवे स्टेशन से बस स्टैंड जाने के लिए सड़क पार करने की जरूरत नहीं है। इसके लिए सबवे बना हुआ है। आपको शहर के किसी भी कोने की बस रेलवे स्टेशन के सामने के टर्मिनल से मिल सकती है। इंटर स्टेट और लोकल बस स्टैंड को जोड़ने के लिए उपरगामी सेतु भी बनाए गए हैं। दिल्ली में सिर्फ आनंद विहार टर्मिनल ऐसी जगह है जहां रेलवे स्टेशन, लोकल, लंबी दूरी वाले बस स्टैंड और मेट्रो स्टेशन एक ही परिसर में हैं।
हांलाकि बेंगलुरू के आटो वाले भी दिल्ली वालों की तरह मोलभाव करते हैं। हाल ही में बेंगलुरू में भी मेट्रो रेल सेवा आरंभ हो गई है। हालांकि अभी यह 10 किलोमीटर से कम के दायरे में अपनी सेवाएं दे रही है। लेकिन बेंगलुरू मेट्रो जिसे नाम दिया गया है नमदा जल्द ही पूरे बेंगलुरू शहर को अपनी सेवाएं देगी।
ऐतिहासिक लाल बाग बोटानिकल गार्डन के बाहर। |
क्या क्या देखें बेंगलुरू में- बेंगलुरु शहर में प्रवास के दौरान आप यहां का विधानसभा भवन जिसे विधानसौदा कहते हैं देख सकते हैं। यह देश के सबसे खूबसूरत विधानसभा भवन में से एक है। हालांकि जिस दौरान हम बेंगलुरु पहुंचे हैं विधानसभा भवन के आसपास मेट्रो का काम चल रहा है इसलिए यहां सैलानियों के देखने लायक इंतजाम नहीं है। वैसे ये विधानसभा भवन रात में देखने में काफी सुंदर लगता है। इस भवन पर रात में चारों तरफ से रोशनी फेंकी जाती है तब इसका सौंदर्य और बढ़ जाता है। अपने 1992 के बेंगलुरु यात्रा के दौरान हमने रात्रि में विधानसभा का सौंदर्य देखा था।
बेंगलुरु में आप कब्बन पार्क, टीपू सुल्तान का समर पैलेस, इस्कॉन मंदिर और बानेरघटा नेशनल पार्क, विश्वैशरैया इंडस्ट्रियल एंड टेक्नोलाजिकल म्यूजियम, बुल टेंपल आदि देख सकते हैं।
- - विद्युत प्रकाश मौर्य
( (BENGLURU, KARNATKA, IT CITY, JP NAGAR, SOUTH INDIA IN SEVENTEEN DAYS 63)
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